


राजधानी में भाजपाके राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने दूसरे दिन सोमवार को पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा व सीधी विधायक रीति पाठक समेत अन्य नेताओं को बंद कमरे में सुना। जबकि आलोट से विधायक चिंतामणि मालवीय को अपनी बात रखने का समय नहीं मिला। जिसके कारण उन्हें लौटना पड़ा। विधायक चिंतामणि उज्जैन में जमीन अधिग्रहण को लेकर किसानों के साथ खड़े दिखाई देते हैं। पूर्व में वह सदन में भी यह बात रख चुके हैं। बीएल संतोष दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को भोपाल में थे। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल समेत अन्य के साथ मुख्यमंत्री निवास पर प्रदेश संगठन व निगम मंडलों, प्राधिकरणों व निकायों में नियुक्तियों को लेकर चर्चा की।
इसके बाद प्रदेश भाजपा संगठन में अलग-अलग दौर की वन-टू-वन चर्चा कर प्रदेश भाजपा के कामकाज का फीडबैक लिया। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली लौटने से पहले उन्होंने प्रदेश भाजपा को दो टूक कहा कि जल्द प्रदेश संगठन में व अन्य स्तर पर की जाने वाली नियुक्तियां करें और मुझे सूचित भी करेंगे। माना जा रहा है कि इसी माह नियुक्तियों का ताला खुलेगा।
चिंतामणि को छोड़कर अन्य नेताओं से मिले
प्रदेश दौरे के दूसरे दिन बीएल संतोष ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में कई नेताओं से मुलाकात की है। पूर्व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और सीधी से विधायक रीति पाठक से वन टू वन चर्चा की है। इसके अलावा भी प्रदेशभर से आए नेताओं को अलग-अलग समय दिया। लेकिन आलोट से भाजपा के विधायक चिंतामणि मालवीय को लंबे इंतजार के बाद पार्टी कार्यालय से बैरंग लौटा दिया गया। उन्हें मिलने का समय ही नहीं दिया गया।
सीएम हाउस में हुई बैठक
राजनीतिक नियुक्तियों की कवायद भी लगातार जारी है। इसी क्रम में सीएम निवास में सीएम के साथ बीएल संतोष, प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद और प्रभारी महेंद्र सिंह के बीच राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर चर्चा हुई है।